हजारीबाग : झारखंड में बनी चलचित्र जगतगुरू श्री रामकृष्ण बनकर तैयार हैं जो बहुत जल्द सेंसर बोर्ड भेजी जाएगी। चलचित्र पूर्ण रूप से सामाजिक, आध्यात्मिक और संदेशात्मक हैं जो लोगों को संदेश देने के साथ अध्यात्म के प्रति जागरूक करने का कार्य करेगी। इस चलचित्र के बारे में बहुत समय से चर्चा हो रही है तथा दर्शक इसके लिए उत्साहित हैं । फिल्म निर्माण में बारीकी से ध्यान रखा गया है। निर्माता गजानंद पाठक इससे पूर्व भी अध्यात्म जगत से जुड़ी फिल्मों का ही निर्माण किया है।
रामकृष्ण परमहंस के शिष्यों में स्वामी विवेकानंद सबसे प्रमुख थे। विवेकानंद ने रामकृष्ण परमहंस के आदर्शों को संसार भर में फैलाया।रामकृष्ण परमहंस के सिद्धांतों ने भारतीय धर्म और संस्कृति को गहराई से प्रभावित किया है। रामकृष्ण परमहंस के विचार और सिद्धांत आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना उनके समय में। वह हमें आध्यात्मिकता के उच्चतम लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं।
वी.ई.सी फिल्म्स द्वारा निर्मित यह चलचित्र जगतगुरू श्री रामकृष्ण वास्तविकता को जन-जन तक पहुंचाने वाली है। यह एक महान धार्मिक फिल्म है जो भक्ति भाव जगाने के साथ - साथ मंनोरंजन भी करेगी। भजन सम्राट अनूप जलोटा, सुरेश वाडेकर और महालक्ष्मी ने इसमें भाव से भरा गीत व भजन गाये हैं। इस चलचित्र का संगीत अजय मिश्रा ने दिया है जो उच्च स्तरीय है। इस चलचित्र के निर्देशक बिमल कुमार मिश्र हैं जिन्होंने बहुत अच्छा काम किया है तथा निर्माता हजारीबाग, झारखंड के निवासी गजानंद पाठक हैं।
इसमें साधक रामकृष्ण का अभिनय अमरकांत राय ने किया है और जगत गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस का अभिनय गजानंद पाठक ने ही किया है। सभी कलाकारों का अभिनय चलचित्र की गुणवत्ता व सुंदरता को ऊंचाई तक ले जाता है। मुकेश राम प्रजापति ने स्वामी विवेकानन्द का अभिनय किया है और मनोज पांडेय, संजय तिवारी,चांदनी झा, श्रेष्ठा भट्टाचार्य, प्रशांत कुमार पांडेय उर्फ टोनी, पी.के सेनगुप्ता, दीपक घोष, अजीत अरोरा आदि ने मुख्य कलाकरों के रूप में अच्छा अभिनय का प्रदर्शन किया है। सभी अभिनेता एवं अभिनेत्री झारखंड के हैं। यह मनोरंजन के साथ-साथ शिक्षा और मानव कल्याण हेतु बनाई गयी उच्च स्तरीय चलचित्र है। इसमें युवाओं के लिए भी महत्वपूर्ण संदेश है।
रामकृष्ण परमहंस के शिष्यों में स्वामी विवेकानंद सबसे प्रमुख थे। विवेकानंद ने रामकृष्ण परमहंस के आदर्शों को संसार भर में फैलाया।रामकृष्ण परमहंस के सिद्धांतों ने भारतीय धर्म और संस्कृति को गहराई से प्रभावित किया है। रामकृष्ण परमहंस के विचार और सिद्धांत आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना उनके समय में। वह हमें आध्यात्मिकता के उच्चतम लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं।
वी.ई.सी फिल्म्स द्वारा निर्मित यह चलचित्र जगतगुरू श्री रामकृष्ण वास्तविकता को जन-जन तक पहुंचाने वाली है। यह एक महान धार्मिक फिल्म है जो भक्ति भाव जगाने के साथ - साथ मंनोरंजन भी करेगी। भजन सम्राट अनूप जलोटा, सुरेश वाडेकर और महालक्ष्मी ने इसमें भाव से भरा गीत व भजन गाये हैं। इस चलचित्र का संगीत अजय मिश्रा ने दिया है जो उच्च स्तरीय है। इस चलचित्र के निर्देशक बिमल कुमार मिश्र हैं जिन्होंने बहुत अच्छा काम किया है तथा निर्माता हजारीबाग, झारखंड के निवासी गजानंद पाठक हैं।
इसमें साधक रामकृष्ण का अभिनय अमरकांत राय ने किया है और जगत गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस का अभिनय गजानंद पाठक ने ही किया है। सभी कलाकारों का अभिनय चलचित्र की गुणवत्ता व सुंदरता को ऊंचाई तक ले जाता है। मुकेश राम प्रजापति ने स्वामी विवेकानन्द का अभिनय किया है और मनोज पांडेय, संजय तिवारी,चांदनी झा, श्रेष्ठा भट्टाचार्य, प्रशांत कुमार पांडेय उर्फ टोनी, पी.के सेनगुप्ता, दीपक घोष, अजीत अरोरा आदि ने मुख्य कलाकरों के रूप में अच्छा अभिनय का प्रदर्शन किया है। सभी अभिनेता एवं अभिनेत्री झारखंड के हैं। यह मनोरंजन के साथ-साथ शिक्षा और मानव कल्याण हेतु बनाई गयी उच्च स्तरीय चलचित्र है। इसमें युवाओं के लिए भी महत्वपूर्ण संदेश है।
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