इस सुनहरी दुनिया में फिसलन बहुत हैं, यहां कदम सभाल कर रखने होते है - माधुरी

इस सुनहरी दुनियां में फिसलन बहुत है, यहां कदम संभाल कर रखने होते हैं –माधुरी 
लखनऊ से गिरजा शंकर अग्रवाल की रिपोर्ट -  अवधी की उभरती अदाकारा माधुरी जी ने कहा कि यह सुनहरी दुनियां बहुत ही तिलस्मों से भरी है । यदि जरा भी कदम लड़खड़ाए तो समझो कि हासिल शून्य और ज़िन्दगी को नर्क होते देर नहीं लगती । इस लिए हर कदम बहुत सोच समझ कर उठाना पड़ता है। यहां किस्मत और बिस्तर गर्म करने से कुछ भी नही मिलता। केवल आपका अथक परिश्रम और अभिनय क्षमता से ही कोई मुकाम मिलता है। तैंतीस वर्षीय माधुरी जी ने हमारे संवाददाता गिरजा शंकर अग्रवाल को बताया कि वह लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र से निकल कर इस दुनिया में कदम रखा है। परिवार में चार भाई और चार बहनें हैं।  खुद तीसरे स्थान पर है । बचपन से खाने की शौकीन, परिवार के साथ समय बिताना, नृत्य और अभिनय में विशेष रुचि रखती हैं। विगत छः साल से गीतों की रचना करना। माता के जगराता करना बहुत ही पसन्द है। इसी के साथ ही इन्होंने पांच म्यूजिक एल्बम भी किए हैं। इनकी सबसे बेहतर बात यह है। की फिल्मी दुनियां में भी पारिवारिक संस्कारों में रह कर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया जा सकता है। उन्होंने आगे बताया की उम्र के इस पड़ाव पर अनेकों झंझावातों को झेलने के उपरान्त कमला प्रोडक्शन्स प्रा0 लि0, लखनऊ द्वारा जोकि आई0 एस0 ओ0 9001:2015 प्रमाणित कम्पनी द्वारा निर्मित होने वाली अवधी भाषा की वेब सीरीज "ओय हरामी" तथा अवधी भाषा की फीचर फिल्म "छोटकी बहुरिया" में अहम किरदार अदा करने के लिए अनुबन्धित किया गया है।  इससे पूर्व अवधी लघु फिल्म 
"परवतिया" का निर्माण कार्य 23 अगस्त 2023 से कमलापुरम, लखनऊ स्थिति स्टूडियो में किया जाएगा। कमला परिवार के सी. ई. ओ. श्री राकेश श्रीवास्तव जी को कोटिशः धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। कि जिन्होंने बिना किसी अनुचित लाभ और मांग के मुझे चयनित किया और खुशी प्रदान की।  कमला परिवार अब तक लगभग डेढ़ सौ से ज़्यादा कलाकारों को अवसर दिया, जोकि इस परिवार की सबसे अच्छी बात लगी। मैं अपने किरदारों को लेकर काफी उत्साहित हूं।

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